हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "मन ला यहज़ुर अल फ़क़ीह" पुस्तक से लिया गया है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
:قال الامام الصادق علیہ السلام
کَلامٌ فی حَقٍّ خَیرٌ مِن سُکوتٍ عَلی باطِلٍ.
हज़रत इमाम जफार सादीक अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
हक़ के बारे में बात करना बातिल पर खामोश रहने से कहीं बेहतर है।
मन ला यहज़ुर अल फ़क़ीह,भाग 4,पेज 396
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